हिन्दी लव कविता
Hindi Love poem
जब कोई बेपनाह चाहने के बाद भी उसका प्यार उसे नही समझ पाता , तो बहुत दर्द होता है । ऐसा लगता है कि अब हमारा कोई अपना हमसे दूर हो गया ,हमारा दिल - हमारी साँसे रूक सी जाती है, दिल की धड़कनें बढ़ जाती है ,और हमे हर जगह बस वो ही नज़र आता है।
और तब अपने दिल को समझाना बहुत मुश्किल सा हो जाता है, दोस्तो आज ऐसी एक छोटी सी कविता में आप लोगों के सामने रखना चाहती हूं
अपना ज्यादा से ज्यादा प्यार मेरी इस कविता पर दिखाईयेगा।
तुम करो गुस्सा में फिर भी तुम्हे ही चाहूँगी
तुम करो गुस्सा 😈 में फिर भी प्यार😘 लुटाऊंगी,तुम चाहो या ना चाहो में फिर भी तुम्हें 👉 ही चाहूँगी । 💏
तुम से ही है मेरी ज़िंदगी की हर एक खुशी ,😀में तो तुम्हीं से अपना पागल दिल💓 लगाऊंगी।
छोड़ के जाना चाहो अगर तुम मुझे तो चले जाओ,पर जानती हूँ तुम्हारे दिल💓 में मैं ही समाऊंगी। 😀💃💏
3 Comments
TUM KARO GUSSA
ReplyDeleteWaww
ReplyDeleteAti Sundar hai
ReplyDeleteThank you