Itne पड़े हैं डंडे तेरी gali में,
सपने हो गए ठन्डे तेरी गली में,
एक हाथ में है कंघी julfe swarte हैं,
गाड़ेंगे आशिकी के झंडे तेरी गली मे
अब क्या बताएं ज़ालिम कैसे गुजारते हैं,
संडे तेरी गली में मंडे तेरी गली में,
सीने पे हाथ रख कर तुझको पुकारते हैं,
जब मारते हैं पत्थर मुंडे तेरी गली में।
तडपते हैं कितना ज़ालिम तुझको तरस न आया,
कर लेंगे ख़ुदकुशी हम वन डे तेरी गली में,
हम ढूढ़ लेंगे कोई दीदार का बहाना,
बेचा करेंगे अंडे तेरी गली में...
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Wwa
ReplyDeleteThank you