लव कविता
जितनी ग़हरी हो मोहब्बत दिल उतना रोता है
कभी कभी अपनी आँखों पर यकीन नहीं होता है।लव कविता
जितनी ग़हरी हो मोहब्बत दिल उतना रोता है
कैसे कोई जान से प्यार दिल तोड़ जाता है।।
ऐसी ही कहानी में आप को सुनाती हूँ ।
कैसे बिखर गया किसी का वजूद में आपको बताती हूँ ।।
एक लड़का जिसने अपना सब कुछ भुला दिया अपनी मोह्ब्त के लिए,
उसकी मोहब्बत उसे छोड़ गयी किसी दूसरे के लिए।
लड़का लड़की को खूब call किया करता था,
उसकी एक ख्वाहिस के लिए अपनी जान तक लुटाता था ।
किसी काम पर उसका मन नही लगता था,
हर तरफ उसे लड़की का एहसास ही होता था ।
लड़की भी उसके प्यार का खूब फायदा उठाती है,
अपने झूठे आँसुओ को दिखा दिखा कर लड़के को खूब रुलाती है ।
ना समझ उसके इस तमासे को ही प्यार समझ बैठा था,
उसके सिवा किसी और का नहीं होगा हर वक़्त यही कहता था।
मगर उसको नहीं पता था कि किस्मत क्या मोड़ लेगी,
जिसे वो जान कहता है वो किसी और के लिए मुँह मोड़ लेगी।
आखिर लड़की ने उसे अचानक भूल जाने को कह दिया,
जब वजह पूछी तो बहाने मज़बूरी का बता दिया।
कहने लगी घर वालो को हमारे बारे में सब पता लग गया,
मुझे तुझसे दूर जाने को मजबूर कर दिया।
लड़का बेचारा टूटने सा लगा,
उसका रब पर से भरोसा छूटने सा लगा।
अब तो वो अकेले ही रह गया था,
लड़की के लिए उसने अपनो को भी छोड़ दिया था ।
मगर किसी के समझाने पर वो अब भी जी रहा है,
मगर अंदर ही अन्दर गम के आँसू पी रहा है ।
मोहब्बत में सबका यही हाल होता है ,
जितनी गहरी को मोहब्बत दिल उतना ही रोता है।।
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