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मापन और मूल्यांकन में अंन्तर (Difference between Measurement and Evaluation)

मापन और मूल्यांकन में अंन्तर
Difference  between Measurement  and Evaluation


Measurement and evaluation 

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मापन measurement



मापन का क्षेत्र  सीमित होता है।

2- मापन में वयक्तित्व के कुछ ही आयाम की परीक्षा संभव होती है। 

3- मापन के द्वारा तुलनात्मक अध्ययन संभव नही है।

4 – मापन एक साधन है |

5- मापन किसी छात्र के संबंध में स्पष्ट धारणा नही बताता ।

6 – मापन का कार्य साक्ष्यों का एकत्रीकरण  करना होता है।

7 – मापन में अधिक श्रम और समय की आवश्यकता नही होती है ।

8- मापन पाठ्यवस्तु केंद्रित होता है।

9 - मापन उन निरीक्षणो की ओर संकेत करता है  जो अंकात्मक रूप में प्रदर्शित किए जाते है । 

10 – मापन  शिक्षा का आवश्यक अंग नही भी हो सकता है ।

11- मापन प्रक्रिया के 4 पद होते है । 

12 - मापन में वस्तु कितनी है ? इसका उत्तर दिया जाता है।

13 – मापन में एक स्तिथि का ज्ञान होता है ।

14 – मापन किसी भी समय  किया जा सकता है । 

15 - मापन से प्राप्त परिणामो के आधार पर किसी व्यक्ति के विषय मे भविष्यवाणी नही की जा सकती है। 


16 -मापन मूल्यांकन का पहला चरण है ।

17- मापन की प्रक्रिया में हम किसी विशेषता को संख्या का रूप दे देते है।

18 मापन की प्रक्रिया मूल्यांकन से पहले  होती है।

19 – मापन की प्रक्रिया मूल्यांकन की प्रक्रिया में निहित होती है।

20 – मापन प्रक्रिया  में किसी वस्तु प्राणी अथवा क्रिया की किसी विशेषता को निश्चित मानक शब्दो चिन्हों या इकाई अंकों में प्रकट किया जाता है । 



मूल्याकंन evaluation - 



1- मूल्यांकन का क्षेत्र  व्यापक होता है ।

2- इसमें छात्र के संपूर्ण वयक्तित्व की परीक्षा की जाती है।

3- मूल्यांकन के द्वारा तुलनात्मक अध्ययन किया जा सकता है।

4 - मूल्यांकन अपने आप मे साध्य है ।


5 - मूल्यांकन के आधार पर किसी छात्र के विषय मे स्पष्ट धारणा बताई जा सकती है।

6 – मूल्यांकन का कार्य  साक्ष्यों के विश्लेषण से निष्कर्ष निकालना है।

7- मूल्यांकन में अधिक श्रम और समय की आवश्यकता होती है ।


8- मूल्यांकन उद्देश्य केन्द्रित होता है।

9 – मूल्यांकन के अंतर्गत अंकात्मक एवं गुणात्मक दोनों प्रकार के निरीक्षणो को स्थान दिया जाता है ।

10 – मूल्यांकन शिक्षा का एक आवश्यक अंग है ।

11- मूल्यांकन प्रक्रिया के 6 पद होते है। 

12 - मूल्यांकन में वस्तु का क्या मूल्य है इसका उत्तर दिया जाता है । 

13- मूल्यांकन समूर्ण वातावरण की स्तिथि का ज्ञान कराता है ।

14 – मूल्यांकन एक निरतंर चलने वाली प्रक्रिया है।

15 – मूल्यांकन द्वारा प्राप्त परिणामो के आधार पर किसी व्यक्ति के विषय मे  भविष्यवाणी की जा सकती है ।

16 – मूल्यांकन मापन का दूसरा चरण है।

17 – मूल्यांकन में मापन के द्वारा प्राप्त अंकों की व्याख्या की जाती है। 

18 – मूल्यांकन की प्रक्रिया का कार्य मापन के बाद होता है।

19 – मूल्यांकन की प्रक्रिया मापन की प्रक्रिया में निहित होती है 

20 - मूल्यांकन में किसी वस्तु प्राणी या क्रिया के मापन द्वारा प्राप्त परिणामो की व्याख्या की जाती है ।



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