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तेरी अकड़ मेरे पेरों की धूल (Best Uttrakhandi Attitude Shayri 2021)


Best love shayri March  2021 

True love shayri 2021 gf and bf

 तेरा प्यार लौटा रही हूँ हिंदी कविता


हिमालय की गोद में स्तिथ उत्तराखंड राज्य की भूमि बड़ी पवित्र है । उत्तराखंड हमारे देश का उत्तरी भाग में स्थित राज्य है | इस राज्य को देव् भूमि या भगवान की भूमि भी कहा जाता है । उत्तराखंड को प्राचीन काल में उत्तरांचल नाम से जानते थे

यह राज्य पूर्ण रूप से पहाड़ो से घिरा है,  इस राज्य की स्थापना ९ नवम्बर सन २००० में हुई थी। आज हर कोई रोजगार न होने की बजह से उत्तराखंड को छोड़ कर बड़े बड़े शहरों दिल्ली, कोलकाता, मुंबई,  में बसने लगा है, परतु अपने उत्तराखंड से उनका प्यार तब भी कम नहीं हुवा और लोग अपने उत्तराखंड  के प्रति प्यार और संस्क्रती को विभिन्न माध्यमो से  प्रकट करते रहते है

आज के इस पोस्ट में  मैं अधूरे अल्फाज़ आपके लिए उत्तराखंड के पहाडियों के  लिए एक सुन्दर सा शायरी संग्रह लेकर के  आई हूँ , इसमें सभी शायरिया उत्तराखंड  के लिए है। तो चलिए आनंद लेते है उत्तराखंडी शायरियो का

 



 

उत्तराखंड शायरी

ठण्ड  उनको लगती है जिनके कर्मो में दाग है, 

हम तो उत्तराखंडी है जनाब, हमारे तो खून में भी आग है ।।


Thand Lagati Hai Unko 

 Jinke Karmo me Daag Hai

Ham to Pahari Hai Janaab

 Hamare to Khoon me hi aag Hai

 

 

 Girlfriend and boyfriend shayari

 

हुकूमत दुसरो के दम पर तो हर कोई कर लेता है,

जो अपने दम पर छ जाये वो उत्तराखंडी हम है।।



 Hukumat Dusron K dam par to Hr koi Kar Leta Hai

Jo Apne dam par Chha Jaye wo Uttarakhandi  ham Hai,

 



पंगा लेना गोली की रफ़्तार से,

पर कभी मत टकराना पहाड़ी की तलवार से |


Pangaa Lena Gooli Ki  Raftaar se

Par Kabbhi mat Takranaa Pahari Ki Talwar se

 

 


आखे मत दिखा हमको, हम वो पहाड़ी है

 जो आखों को निकाल लिया करते है |


Aakhenn mat Dinkha Humko,  ham wo Pahari Hai,

Jo aakhon Ko Nikal Liya Karte Hai ...




तेरी अकड़ मेरे पेरों की धुल,

हम पहाड़ी है बेटा ये मत भूल ।।


 Teri Akkad mere Pero Ki Dhool

ham Pahari Hai beta ye mat Bhol 

 

 

उत्तराखंडी तेवर

 

 

बेशक पहन लो हमारे जेसे कपडे और जेवर

 पर कहाँ  से लाओगे उत्तराखंड वाले तेवर


Besaak Pahan lo Hamri Tarah Kapde or Jewar 

par Kaha se Laoge Uttarakhand wale Tewar 




ना जान बोलकर ना महबूबा बोल कर

हम पहाड़ी है जनाब

हमें सुकून मिलता है "बल" बोलकर


Na  Jan Bolkar Na Mehbooba boll kr 

Ham Pahadi Hai Janab 

Hame Sukun  Milta Hai Bal Bolkar



ये तो इन पहाड़ो का जरफ है ,

जो मुझे खीचता है इनकी और ।।

 

ye to in pahado ka jaraf hai 

jo mjhe khichta hai inki or 





मिटटी से जुदा वजूद है मेरा 

तो मिटटी से जुडी हुई बाते करती  हूँ ,

बेटी हूँ  उत्तराखंड  की

उत्तराखंड की  ही बाते लिखती हूँ ।।


Mitti se juda vajud ha mera 

to mitti se jude baate karti hu

beti hun uttrakahnd ki uttrakhand ki baate likhti hun 










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1 Comments

Thank you